10+ Graceful Natural remedies for common Diseases

Natural remedies for common diseases
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हम भारतीय चाहे कितना भी मॉडर्न हो जाए, बाहर की दवाइयों से पहले दादी और नानी माँ के घरेलू नुस्‍खों पर आज भी ज्यादा  भरोसा करते हैं। सिर दर्द, पेट दर्द या सामान्य सर्दी खांसी हो, या फिर हो लूज मोशन हम पहले घर किचन में मौजूद घरेलू चीजों से उपचार करना बेहतर समझते हैं।

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इसलिए आज हम अपने लेख में  10 Natural remedies for common diseases लेकर आए हैं,

आइए जानते हैं उनके बारे में विस्तार से :

Natural remedies for common diseases

1. सिरदर्द / Headache

आजकल के भागदौड़ वाली जिंदगी में सिर दर्द एक बहुत बड़ी समस्या है। कई बार सिर का ये दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि इसे सहन करना बहुत मुश्किल होता है।

 Natural remedies for Headache

  • सिरदर्द में आराम के लिए एक्यूप्रेशर का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए एक हाथ से दूसरे हाथ के अंगूठे और इंडेक्स फिंगर के मध्य भाग में मसाज करें।
  • एक गिलास गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से भी सिर दर्द से जल्दी राहत मिलता है।
  • यदि सिर दर्द के लिए आपके सारे घरेलू उपाय फेल हो गए हैं, तो एक सेब को नमक के साथ लगाकर खाए।
  • लौंग की कुछ कलियों को तवे पर सेक कर इन्हें एक रुमाल में बांध ले। अभी थोड़ी देर में इस पोटली को सूंघते रहें, इससे धीरे-धीरे आपका सिर दर्द खत्म हो जाएगा।
  • तुलसी और अदरक का रस भी सिर दर्द में काफ़ी कारगर है। इस रस को पीने और सिर में लगाने दोनों से सिर दर्द में राहत मिलती है।
  • लौंग के तेल से सिर की मालिश करने पर सिर दर्द को दूर  किया जा सकता है।
  • सिर दर्द है तो दूध वाली चाय के बजाय लेमन टी को पीये।

2. उल्टी और जी मिचलाना / Vomiting and Nausea

Natural remedies for common diseases
Natural remedies for common diseases

उल्टी के दौरान पेट के अंदर मौजूद पदार्थ मुंह से बाहर निकलते हैं, जबकि मतली या जी मिचलाना के दौरान उल्टी जैसा महसूस होता है, लेकिन उल्टी होता नहीं है। ये सभी उम्र के लोगों में होता है। हालांकि महिलाओं के साथ प्रेगनेंसी में ये समस्या बढ़ जाती है।

Natural remedies for Vomiting and Nausea

  • कुछ समय तक केवल हल्के और सादा भोजन का सेवन करें। जिसमें ब्रैड, बिस्कुट, सादा दाल चावल आदि शामिल है।
  • ज्यादा भारी भोजन जैसे कि अधिक मीठा, अधिक तेल युक्त और मसालेदार पदार्थ को ना खाएं।
  • कोल्ड ड्रिंक जैसे ठंडे पदार्थ को छोड़ दे और खाना खाने के बाद ज्यादा एक्टिविटी ना करें।
  • अदरक वाली की चाय का सेवन करें।
  • भोजन थोड़ा-थोड़ा करके खाएं और भरपूर मात्रा में पानी पिये।
  • इलेक्ट्रोलाइट्स / ओआरएस को भी आप उल्टी और जी मिचलाने के दौरान उपयोग कर सकते हैं।

3. लूज मोशन / loose motion

आजकल लोग स्ट्रीट फूड और फास्ट फूड को बहुत ज्यादा मात्रा में खाते है। पिज़्ज़ा,  बर्गर,  पानीपुरी जैसे अनहेल्दी फूड को शरीर में अच्छे से पच नहीं पाते है, जिसके कारण लूज मोशन हो जाता है। यह आम बोलचाल की भाषा में पेट खराब होना या पेचिश, दस्त कहा जाता है, इस प्रॉब्लम स्टूल लूज और पानी जैसे होने लगता है। अगर लूज मोशन काफी ज्यादा होता हैं, तब शरीर में पानी की कमी होने के कारण डिहाइड्रेशन होने लगता है।

Natural remedies for loose motion

  • एक सेब कद्दूकस करके घी और जायफल के साथ पकाकर, थोड़ा सा इलायची पाउडर मिलाकर  इस मिश्रण का सेवन करें। इससे लूज मोशन में जल्दी आराम मिलता है। आपके सेब के जगह पर केले का भी उपयोग कर सकते हैं।
  • घी वाले चावल के साथ दही मिलाके खाने से भी लूज मोशन से आराम मिलता है।
  • दही में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर बनाए गए लस्सी में अदरक के थोड़े से पाउडर को डालकर पियें। इससे लूज मोशन काफ़ी जल्दी कंट्रोल होता है।
  • सौंफ और अदरक पाउडर को मिलाके दिन में दो से तीन बार खाने से लूज मोशन में जल्दी राहत मिलता है।

4. एसिडिटी / Acidity

हमारे पेट में एक गैस्ट्रिक ग्लेंड होती है, जो शरीर में जरूरत अनुसार एसिड के मात्रा को शरीर के अन्य भागों में पहुंचाते हैं, लेकिन जब हम काफ़ी लंबे समय तक खाली पेट रहते हैं या अधिक तेलयुक्त पदार्थ का अत्यधिक सेवन कर लेते हैं। तब पेट की ये गेस्ट्रिक ग्लेंड अधिक मात्रा में एसिड (जो सामान्यतः हाइड्रोक्लोरिक एसिड होता है) को बाहर निकालने लगती है। तब शरीर में अपच और पेट में जलन जैसे लक्षण महसूस होते हैं, इसे ही एसिडिटी कहते हैं।

Natural remedies for Acidity

  • एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच सौंफ पाउडर मिलाकर पीने से लेने से एसिडिटी के लक्षण में काफी सुधार आता है।
  • किचन में रखे काले जीरे को भी आप सीधे चबा सकते हैं। या चाहे तो इसे एक गिलास पानी में मिलाकर उबाल कर पी सकते हैं।
  • गर्मियों में एसिडिटी से राहत के लिए तरबूज का रस बेस्ट उपाय है।
  •  दो लौंग भी एसिडिटी के लक्षण जैसे पेट फूलना, अपच या गैस्ट्रिक चिड़चिड़ापन से छुटकारा दिला सकता है।
  • सुबह खाली पेट और रात को सोने से ठीक पहले एक गिलास गुनगुना पानी आपको एसिडिटी से राहत दिलवा सकता है।

5. सूखी खांसी / Dry Cough

Natural remedies for common diseases

अधिक ठंडे चीज़ों का सेवन या कभी-कभी ठंड लगने के कारण गले में खरास होता है। जिससे गले में दर्द और खांसी होने लगती है। खांसी  दो तरीके का होता है बलगम युक्त और बलगम रहित। बलगम युक्त खांसी को कोल्ड कफ ( सामान्य खांसी) और बलगम रहित खांसी को ड्राई कफ ( सूखी खांसी) कहा जाता है।

कोल्ड कफ में गले और नाक में कफ बन जाता है, जो खासते  हुए मुंह और नाक से बाहर निकलता है, जबकि ड्राई कफ में बलगम गाढ़ा हो जाता है, जो बाहर नहीं निकल पाता है। लगातार सूखी खांसी से बहुत ज्यादा कष्टप्रद  होती है, इससे गले में जलन होने के साथ खाने-पीने और सोने में भी दिक्कत होती है।

Natural remedies for Dry Cough

  • सुबह शाम गुनगुने नमक पानी के गरारे, गले में खराश और सूखी खांसी के लिए सबसे प्रभावी माना गया है।
  • अदरक वाली चाय भी सूखी खांसी के लिए घरेलू उपाय काफी फेमस है। ये श्वसन तंत्र में जमा बलगम को दूर करने के साथ इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में भी मदद करते है।
  • शहद भी खांसी के इलाज के लिए दादी माँ के पुराने नुस्खों में से एक है। इससे गले के जलन, बगलम जैसी सारी प्रॉब्लम दूर हो जाती है, क्योंकि इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण को कम करते हैं। शहद को आप किसी भी रूप में ले सकते हैं, ये हर तरीके से फायदेमंद है।

6. कब्ज / Constipation

Natural remedies for common Diseases

आज के समय में कब्ज से काफी लोग परेशान है। कब्ज की समस्या किसी भी उम्र के लोगों में देखा जा सकता है, लेकिन बुजुर्गों में ये समस्या ज्यादा होती है। कब्ज होने से पेट अच्छी तरह से साफ नहीं हो पाता है और टॉयलेट करने में परेशानी होती है। कम शारीरिक गतिविधि,अधिक दवाइयों का सेवन और कम पानी पीने से कब्ज की शिकायत होती है। कब्ज के दौरान पेट में गैस बनना, पेट का फूलना, पेट दर्द, भूख ना लगना और स्टूल का कड़ा होना जैसी प्रॉब्लम होती है।

Natural remedies for Constipation

  • अमरूद, कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। ये एक रेचक के रूप में काम करता है, आसानी से मल  त्यागने में मदद करता है ।
  • खजूर का नियमित सेवन डाइजेस्टिव सिस्‍टम को मजबूत करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। कब्ज के दौरान सुबह 4-5 ताजे खजूर को घी और काली मिर्च पाउडर के साथ लेकर एक गिलास गुनगुना पीने से जल्द आराम मिलता है।
  • पान का पत्ता भी कब्ज को दूर करने में मदद करता है। इसलिए पुराने जमाने से ही भोजन के बाद पान को चबाया जाता था।
  • कैस्टर औषधीय पौधा,  कब्ज दूर करने में मदद कर सकता है। कब्ज की समस्या में एरंड/कैस्टर की जड़ को दूध के साथ लिया जाता है। चाहे तो कैस्टर के जड़ के पाउडर को भी, एक गिलास दूध में मिलाकर पी सकते हैं । इसके लिए कैस्टर पाउडर के साथ दूध को अच्छे से उबाल के इसका सेवन करें ।

7. मांसपेशियों में दर्द / Muscle pain

आज मसल्स पेन हर उम्र के लोगों को होता है। कई बार मसल्स में दर्द किसी चोट  या मांसपेशियों में तनाव या फिर किसी मेडिकल कंडीशन के कारण भी होता है। मसल्स पेन आमतौर से पीठ, कंधे और गर्दन में होते है।

Natural remedies for Muscle pain

  • हल्दी दूध शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द से राहत दिलाने में कारगर है।
  • प्राकृतिक औषधि सरसों के तेल को त्वचा पर लगाने से रक्त प्रभाव बढ़ाने में मदद मिलता है। साथ ही ये मसल्स के अकड़न और दर्द में राहत देते है। सरसों के तेल को लहसुन की कलि डालकर गर्म करके लगाने से भी मसल्स में काफी आराम मिलता है। यह सभी प्रकार के मसल्स पेन जैसे  पीठ दर्द, गर्दन दर्द, घुटने के दर्द में भी आराम देता है।
  • अदरक के एक टुकड़े को एक कप पानी के साथ उबालकर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। इसे दिन में दो-तीन पियें, मसल्स पेन में आराम मिलेगा।
  • मसल्स में दर्द है तो हमेशा पानी  को हल्‍का गुनगुना करके ही नहाना चाहिए। मसल्स पेन राहत के लिए आप गर्म पानी की थैली से सिकाई भी कर सकते हैं।

8. अनिद्रा / Insomnia

Natural remedies for common Diseases
Natural remedies for common Diseases

अनिद्रा, नींद ना आने की प्रॉब्लम है। यह एक ऐसी समस्या है जिसमें रात में सोने के समय नींद नहीं आती है लेकिन  दिन के समय नींद, सुस्ती, और थकावट महसूस होता है। जिसके कारण चिड़चिड़ापन और टेंशन होता है।

Natural remedies for Insomnia

  • सोने से पहले रात में गर्म दूध पीने से नींद आने में आसानी होती है। बादाम दूध अनिद्रा के लिए बेस्ट है, क्योंकि ये मेलाटोनिन हार्मोन को बनाता है, जो नींद को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • तिल के तेल को पैरों के तलवों पर सोने से पहले अच्छे से रगड़ें, इससे अच्छी नींद आएगी।
  • पुदीने के पत्ते या पाउडर को एक कप पानी के साथ उबालकर रात को सोने से पहले ले, अनिद्रा में आराम मिलेगा।
  • रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच शहद ले, इसे नियमित रूप से लेने से नींद की समस्या दूर होती है।
  • प्राणायाम, व्यायाम, योग और ध्यान भी मन को शांत करके अच्छी नींद लाता है।

9. अनियमित माहवारी / Irregular Period

अधिकतर लड़कियों और महिलाओं के साथ पीरियड्स प्रॉब्लम होना, एक बड़ी समस्या है। हर महीने पीरियड देरी से आना, पीरियड में अत्यधिक ब्लीडिंग का होना, ब्लीडिंग  के साथ पूरे शरीर में दर्द होना, लगातार पीरियड आना, कभी जल्दी कभी बहुत देरी से पीरियड आना आदि अनियमित पीरियड के अंतर्गत होता है।

Natural remedies for Irregular Period 

  • अजवाइन को गिलास पानी के साथ उबालकर  इसे गुनगुना ही पिएं। इसके सेवन करने से पीरियड्स में पेट में आने वाली सूजन में भी लाभ मिलता है।
  • जीरा पाउडर को भी एक गिलास गुनगुने पानी में नियमित रूप में लेने से अनियमित पीरियड से राहत मिलता है।
  • हल्के गुनगुने बादाम के दूध का सेवन करने से भी पीरियड के प्रॉब्लम से छुटकारा मिलता है।
  • तुलसी में कैफीक नामक एसिड भी होता है जो अनियमित पीरियड में काफी फायदेमंद होता है।  इसलिए रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करें। 
  •  रेगुलर अदरक वाली चाय पीरियड को नियमित तौर पर लाने में मदद करता है।
  • दालचीनी अनियमित पीरियड्स को दूर करने के साथ-साथ पीरियड में होने वाले दर्द में भी छुटकारा दिलाता है। चुटकी भर दालचीनी पाउडर को एक गिलास  दूध में डालकर रोजाना पिए।
  • कच्चा पपीता पीरियड की अनियमितता को दूर करने के लिए काफी लाभप्रद माना गया है। 

10. वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन / Candidiasis

ये लड़कियों और महिलाओं में फंगस कैंडिडा के कारण होता है। ये फंगस आमतौर पर नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, लेकिन परेशानी तब होती है, ज़ब वेजाइना में बैक्टीरिया के साथ इसका संतुलन बिगड़ जाता है और ये कैंडिडा फंगस अपने अनुपात से ज़्यादा बढ़ जाते है। इस दौरान वेजाइना में खुजली, सूजन, जलन  होने लगती है। कभी-कभी तो पेशाब में जलन भी होता है और साथ में सफेद वाइट डिस्चार्ज भी ज्यादा मात्रा में होने लगता है। 

Natural remedies for Candidiasis

  • एप्पल साइडर विनेगर (ACV) को कैंडिडा फंगस को बढ़ने से रोकने में कारगर माना गया है। एक चम्मच ACV को एक गिलास पानी में मिलाकर रोज सुबह पीने यीस्ट इंफेक्शन से राहत मिलता है।
  • नारियल का तेल भी कैंडिडा बैक्टीरिया को रोकने में मदद कर सकता है। वेजाइनल एरिया के आसपास  नारियल का तेल उपयोग करें। हालांकि वेजाइनल एरिया के अंदर नारियल तेल उपयोग करने से पहले एक्सपर्ट से सजेस्ट कर ले।

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– Desi Dikra

आप भी इन Natural remedies for common diseases उपयोग कर सकते हैं, ये उपचार आपके बहुत काम आने वाले हैं। अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है तो इसे शेयर करें और कमेंट बॉक्स में अपनी राय लिखें।

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